सूर्यवंश की शाखाएँ एवं उपशाखाएँ
सूर्यवंश की शाखाएँ एवं उपशाखाएँ गहलौत क्षत्रिय गहलोत वंश के आदि पुरुष गुह्यदत्त हुए है जिनके नाम पर यह वंश चला। एकमत के अनुसार गुजरात के राजा शिलादित्य के पुत्र केशवादित्य से यह वंश चला। गह्वर गुफ़ा में केशवादित्य के जन्म होने के कारण इस वंश का नाम गहलौत पड गया। एक दूसरे मत के अनुसार इस वंश के आदि पुरुष गुहिल थे। गोत्र - बैजपाय गौतम, कश्यप; कुलदेव - वाणमता; वेद - यजुर्वेद; नदी- सरयू शाखाएं अहाडिया मांगलिमा पीपरा सिसोदिया कछवाहा क्षत्रिय गोत्र - गौतम, कुलदेवी - दुर्गा, वेद - सामवेद, नदी- सरयू। शाखाएं इनकी तेरह मुख्य शाखाओं एवं उपशाखाओं का उल्लेख मिलता है। राठौर गोत्र- 'राजपूताना' कश्यप पूर्व में, अत्रि दक्षिण भारत में तथा बिहार में शंडिल्य। वेद - सामवेद, देवी- दुर्गा। शाखाएं इस वंश की 24 शाखाओं का उल्लेख मिलता है। निकुम्म क्षत्रिय गोत्र - वशिष्ठ तथा भारद्वाज। प्रवर - तीन - वशिष्ठ, अत्रि एवं सांकृति। कुल देवि - कालिका। वेद - यजुर्वेद। नदी - सरयू। श्री नेत क्षत्रिय कुछ लोग इन्हें निकुम्म की शाखा मानते हैं। गोत्र - भारद्वाज। प्रवर - तीन - भारद्वाज, बृहस्पति, ...